फ़ॉलोअर

शुक्रवार, 2 अगस्त 2013

"रक्त दान-महादान" (कार्टूननिस्ट-मयंक)

तुम हमें खून दो!
हम बेचेंगे!!

3 टिप्‍पणियां:

  1. हुवा सहृदय ड्रेकुला, रक्त कोष ले खोल |
    खोल पहन चोला बदल, मीठे मीठे बोल |
    मीठे मीठे बोल, पटाता जाय आदमी |
    काली पूजा आज, आज है दुर्गा नवमी |
    पिए पिलाए रोज, ड्रेकुला बना पहरूवा |
    मिले रक्त जब दान, नहीं पीता वह महुवा ||

    जवाब देंहटाएं
  2. आपके ब्लॉग को ब्लॉग एग्रीगेटर "ब्लॉग - चिठ्ठा" में शामिल किया गया है। सादर …. आभार।।

    जवाब देंहटाएं
  3. आपकी इस प्रस्तुति को शुभारंभ : हिंदी ब्लॉगजगत की सर्वश्रेष्ठ प्रस्तुतियाँ ( 1 अगस्त से 5 अगस्त, 2013 तक) में शामिल किया गया है। सादर …. आभार।।

    कृपया "ब्लॉग - चिठ्ठा" के फेसबुक पेज को भी लाइक करें :- ब्लॉग - चिठ्ठा

    जवाब देंहटाएं

आपकी टिप्पणियों से ऊर्जा मिलती है!
परन्तु कभी-कभी टिप्पणियाँ स्पैम में चली जाती हैं।
जिन्हें यथासम्भव प्रकाशित कर दिया जाता है।