हुवा सहृदय ड्रेकुला, रक्त कोष ले खोल |खोल पहन चोला बदल, मीठे मीठे बोल |मीठे मीठे बोल, पटाता जाय आदमी |काली पूजा आज, आज है दुर्गा नवमी |पिए पिलाए रोज, ड्रेकुला बना पहरूवा |मिले रक्त जब दान, नहीं पीता वह महुवा ||
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हुवा सहृदय ड्रेकुला, रक्त कोष ले खोल |
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मीठे मीठे बोल, पटाता जाय आदमी |
काली पूजा आज, आज है दुर्गा नवमी |
पिए पिलाए रोज, ड्रेकुला बना पहरूवा |
मिले रक्त जब दान, नहीं पीता वह महुवा ||
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