"कार्टून-लालबत्ती" (कार्टूनिस्ट-मयंक खटीमा) डॉ. रूपचन्द्र शास्त्री मयंक (उच्चारण) उच्चारण खाली करवाए तुरत, सही चुकावो दाम । फ़ार्म हाउस बंगला बड़ा, घर जमीन का काम । घर जमीन का काम, नाम धारी है बडका । मुर्ग-मुसल्लम खाय, भाय नहिं इसको तड़का । तड़के पॉन्टी मौत, चुकाए दाम मवाली । जलती बत्ती लाल, करे खुद गाड़ी खाली ।।
कार्टूनिस्ट के रूप में आपका स्वागत है. आपके पहले कार्टून के रिलेशन से देखिये हमारी यह पोस्ट- सज़ा ए मौत Kasab ko phansi http://blogkikhabren.blogspot.in/2012/11/kasab-ko-phansi.html
शुभकामनाएं!
जवाब देंहटाएं"कार्टून-लालबत्ती" (कार्टूनिस्ट-मयंक खटीमा)
जवाब देंहटाएंडॉ. रूपचन्द्र शास्त्री मयंक (उच्चारण)
उच्चारण
खाली करवाए तुरत, सही चुकावो दाम ।
फ़ार्म हाउस बंगला बड़ा, घर जमीन का काम ।
घर जमीन का काम, नाम धारी है बडका ।
मुर्ग-मुसल्लम खाय, भाय नहिं इसको तड़का ।
तड़के पॉन्टी मौत, चुकाए दाम मवाली ।
जलती बत्ती लाल, करे खुद गाड़ी खाली ।।
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जवाब देंहटाएंकार्टूनिस्ट के रूप में आपका स्वागत है.
जवाब देंहटाएंआपके पहले कार्टून के रिलेशन से देखिये हमारी यह पोस्ट-
सज़ा ए मौत Kasab ko phansi
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जवाब देंहटाएंबधाई और शुभकामनाएं
जवाब देंहटाएंबधाई और शुभकामनाएं
जवाब देंहटाएंबढ़ियाँ है लगे रहिये...
जवाब देंहटाएंशुभकामनाएँ...
:-)