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मंगलवार, 27 नवंबर 2012

"बड़ी मुश्किल में हूँ, मैं किधर जाऊँ...!" (कार्टूननिस्ट-मयंक खटीमा)

मैं इधर जाऊँ या उधर जाऊँ...!

3 टिप्‍पणियां:

  1. राष्ट्रवाद की तरफ या, 'बहू'-राष्ट्र की ओर ।

    यह बैठूं निरपेक्ष गुट, जैसे बैठ करोर ।

    जैसे बैठ करोर, हमें नृप से क्या हानी ।

    गवर्नमेंट सर्वेंट, छोड़ ना होउब रानी ।

    एक ऑप्शन और, बात यह बहुत बाद की ।

    जीतेगा उन्माद, हार हो राष्ट्रवाद की ।।

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  2. वोटरों का धर्म संकट इसी के चलते बहुत से लोग वोट देने ही नहीं जाते वैसे इस बार नई पार्टी को आजमाना चाहिए ---बढ़िया कार्टून

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  3. हर चौराहा भूल भुलैया ,है वोटर के वास्ते |
    चुनें कौन सा जायें किधर हम, सभी एक से रास्ते ||

    जवाब देंहटाएं

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